अब जब तुम्हारा जन्मदिन है
आज भी वो क्षण याद है
जब तुम नन्हें शिशु के रूप में
मेरी गोद में आये ।
तुम्हारी बाल क्रीडाओं और
मीठी मीठी बातों से
समय के पन्नो पर
रंगीन चित्र से बन गये ।
याद है तुम्हारी भोली भली नादानियां ।
और आज जब तुम इतने
बड़े हो गए हो ।
मैं वापस लौट जाती हूँ
अपनी उम्र के उसी पड़ाव पर
जब तुम नन्हें शिशु के रूप में
मेरी गोद में आये ।
---
Mom
आज भी वो क्षण याद है
जब तुम नन्हें शिशु के रूप में
मेरी गोद में आये ।
तुम्हारी बाल क्रीडाओं और
मीठी मीठी बातों से
समय के पन्नो पर
रंगीन चित्र से बन गये ।
याद है तुम्हारी भोली भली नादानियां ।
और आज जब तुम इतने
बड़े हो गए हो ।
मैं वापस लौट जाती हूँ
अपनी उम्र के उसी पड़ाव पर
जब तुम नन्हें शिशु के रूप में
मेरी गोद में आये ।
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Mom
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